About BDO (Block Development Officer) In Hindi
BDO (Block Development Officer): BDO का फुल फॉर्म Block Development Officer (खंड विकास अधिकारी) होता है, जिसे हिंदी में खंड विकास अधिकारी कहते हैं। एक जिले में बहुत से ब्लॉक होते हैं और सभी ब्लॉक में एक BDO नियुक्त किया जाता है। ब्लॉक में विकास के सभी कार्य BDO करता है. एक बीडीओ (BDO) अपने क्षेत्र या खंड या अपने ब्लॉक में विकास अधिकारी कहा जाता है। एक बीडीओ (Block Development Officer) स्थानीय स्तर पर सरकारी कार्यक्रमों और पहलुओं को लागू करने और समुदाय की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ समन्वय करने के लिए जिम्मेदार होता है।
एक बीडीओ (BDO) के निम्न कार्य होते हैं-
- क्षेत्र में विकास कार्यक्रमों को करने के लिए सरकारी एजेंसियों के साथ समन्वय करना।
- अपने क्षेत्र में मुद्दों और चुनौतियों की पहचान करने और उनका समाधान करने के लिए स्थानीय नेताओं और सामुदायिक समूहों के साथ काम करना।
- एक बीडीओ (BDO) अपने क्षेत्र में विकास परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी और मूल्यांकन करता है।
- बीडीओ सामुदायिक संगठन और स्थानीय अधिकारियों को तकनीकी सहायता और समर्थन प्रदान करता है।
एक बीडीओ (BDO) की क्या होती हैं जिम्मेदारियां? (What are the responsibilities of a BDO?)
- विकास कार्यक्रमों की योजना बनाना और उन्हें लागू करना।
- विकास कार्यक्रमों की प्रगति की निगरानी और मूल्यांकन करना।
- तकनीकी सहायता प्रदान करना
- सरकारी एजेंसियों के साथ संपर्क
- ब्लॉक के बजट और वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन
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बीडीओ (BDO) की पद की विशेषता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि BDO की अनुमति के बिना उसके क्षेत्र में विकास का कोई भी कार्य नहीं होता। लेकिन क्या आप जानते हैं वीडियो बनने के लिए योग्यता और आयु सीमा क्या होती है? और कैसा होता है बीडीओ का परीक्षा पैटर्न? आईए जानते हैं-
बीडीओ (BDO) बनने के लिए क्या है शैक्षणिक योग्यता ? (What is the educational qualification to become a BDO?)
बीडीओ (BDO) बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। अतः बीडीओ की परीक्षा देने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना अनिवार्य है। स्नातक की डिग्री के बिना कोई भी छात्र बी. डी. ओ. नहीं बन सकते हैं।
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BDO बनने के लिए क्या है आयु सीमा?
बीडीओ (BDO) बनने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष है। लेकिन कुछ केटेगरी में उम्र में अतिरिक्त छूट भी मिलती है। जैसे, ओबीसी उम्मीदवार को 3 वर्ष की छूट मिलती है। ओबीसी उम्मीदवार की अधिकतम आयु सीमा 43 वर्ष है। वही एससी एसटी को उम्र में 5 वर्ष की छूट मिलती है, जिससे एससी एसटी उम्मीदवार की अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष हो जाती है।
पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों को बीडीओ बनने के लिए उम्र में 10 साल की छूट मिलती है जिससे उनकी अधिकतम आयु 50 वर्ष हो जाती है। न्यूनतम आयु सभी कैटिगरी के लिए 21 वर्ष है। बीडीओ की परीक्षा राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा कराई जाती है।
क्या है BDO का परीक्षा पैटर्न? (What is the exam pattern of BDO?)
प्रत्येक राज्य में स्टेट पीएससी परीक्षाएं कराई जाती है। जैसे यूपीएससी, बीपीएससी, एमपीपीएससी। इन परीक्षाओं को पास करके छात्र बीडीओ (BDO) बना सकते हैं। किसी भी राज्य के छात्र किसी दूसरे राज्य में बी डी ओ की परीक्षा देकर बीडीओ बन सकते हैं। लेकिन उम्र में जो अतिरिक्त छूट मिलती है यह छूट उसी राज्य के अभ्यर्थियों को मिलेगी जहां यह परीक्षा आयोजित हो रही है। जैसे यदि कोई छात्र यूपी का है और बीएससी की परीक्षा दे रहा है तो यूपी के छात्रों को उम्र में अतिरिक्त छूट नहीं मिलेगी। यह छूट सिर्फ बिहार के छात्रों को ही मिलेगी।
बीडीओ (BDO) के लिए परीक्षा का आयोजन कितने चरणों में होता है ? (In how many stages is the exam conducted for BDO?)
बीडीओ (BDO) के लिए परीक्षा का आयोजन तीन चरणों में होता है
- Prelims (प्रारंभिक परीक्षा)
- Mains (मुख्य परीक्षा)
- Interview (साक्षात्कार)
यह तीनों परीक्षा पास करने के बाद छात्र बी डी ओ के लिए चयनित होते हैं।
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प्रारम्भिक परीक्षा (Prelims)
इस परीक्षा में पेपर I और पेपर II होते हैं। यह दोनों पेपर दो-दो घंटे के होते हैं। पहला पेपर सामान्य अध्ययन का होता है इसमें 150 प्रश्न होते हैं यह पेपर 200 अंकों का होता है। वहीं दूसरा पेपर सामाजिक अध्ययन का होता है। दूसरे पेपर में 100 प्रश्न 200 अंकों के पूछे जाते हैं।
मुख्य परीक्षा (Mains)
(Mains exam) मुख्य परीक्षा सबसे महत्वपूर्ण होती है। इसमें आठ पेपर होते हैं। मुख्य परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर ही मेरिट बनती है।
साक्षात्कार(Interview)
प्रीलिम्स और मेंस क्वालीफाई करने के बाद छात्रों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार में 100 नंबर की प्रश्न पूछे जाते हैं और साक्षात्कार में पास होने पर छात्र बी. डी. ओ. के लिए चयनित हो जाते हैं। प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा पास करने पर भी यदि साक्षात्कार में छात्र फेल हो जाते हैं तो वह चयनित नहीं होते हैं।
कितनी मिलती है एक BDO को सैलरी? (How much does a BDO get as salary?)
यूपी बीडीओ के पद पर कार्यरत अधिकारियों का मूल वेतन 18,500 से 45,500 रुपए होता है।यह वेतन 7वें CPC पर आधारित Pay band 2 के अनुसार होता है। इस समय बी.डी.ओ. पोस्ट का ग्रेड पे 4700 रुपए है। एक बीडीओ की वार्षिक सैलरी 3 लाख से 5.4 लाख रुपए हो सकती है। सभी राज्यों में बीडीओ की सैलरी अलग- अलग होती है।
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