देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा UPSC की तैयारी कैसे करें?

देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा UPSC की तैयारी कैसे करें?
देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा UPSC की तैयारी कैसे करें?

UPSC Civil Services: सिविल सर्विसेज में जाने के लिए प्रत्येक वर्ष लाखों छात्र UPSC की परीक्षा देते हैं। यूपीएससी की परीक्षा सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सबसे कठिन मानी जाती है। फिर भी लाखों छात्र प्रत्येक वर्ष UPSC की परीक्षा में शामिल होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि Civil services में पैसा तो है हीं लेकिन इसको समाज में सम्मानजनक दृष्टि से देखा जाता है।

UPSC की परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर होती है। UPSC कई तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूपीएससी का फुल फॉर्म क्या होता है ? यूपीएससी कितने तरह की परीक्षाएं लेता है? UPSC की परीक्षा के लिए आयु सीमा क्या है? इसके लिए पात्रता क्या है और कितनी बार UPSC की परीक्षा दी जा सकती है? आईए जानते हैं-

UPSC का full form

यूपीएससी का फुल फॉर्म होता है Union Public Service Commission जिसे हिंदी में ‘संघ लोक सेवा आयोग’ कहते हैं।

UPSC कितने तरह की परीक्षाएं कराता है ?

UPSC कई तरह।की प्रतियोगी परीक्षाओं को कराता है जैसे- आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईएफएस (IFS), आईआरएस (IRS), एनडीए (NDA), आईईएस (IES), सीडीएस (CDS)

यूपीएससी की वैकेंसी फरवरी और मार्च के महीने में आती है और इसकी परीक्षा फॉर्म भरने के 5 महीने बाद होती है। यूपीएससी के लिए ऑनलाइन आवेदन होता है UPSC की आवेदन फीस जनरल ओबीसी के लिए 100 रुपए है जबकि सभी वर्ग की महिलाओं और अन्य श्रेणियों के लिए यह आवेदन नि:शुल्क होता है।

UPSC के लिए क्या है उम्र सीमा ?

UPSC की परीक्षा देने के लिए उम्र सीमा श्रेणीवार इस प्रकार है-

  • जनरल के लिए 21 से 32 वर्ष
  • ओबीसी के लिए 21 से 35 वर्ष
  • एससी-एसटी के लिए 21 से 37 वर्ष उम्र सीमा बताई गई है।

कितनी बार दे सकते हैं यूपीएससी की परीक्षा ?

यूपीएससी की परीक्षा में भी श्रेणीवार छूट दी गई है-

  • जनरल कैटेगरी के छात्र यूपीएससी की परीक्षा 6 बार दे सकते हैं।
  • ओबीसी कैटेगरी के छात्र यूपीएससी की परीक्षा 9 बार दे सकते हैं।
  • एससी और एसटी केटेगरी के छात्र उम्र सीमा पूरी होने तक यह परीक्षा दे सकते हैं।

कैसे होती है यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा ?

यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा के लिए तैयारी बहुत पहले से शुरू करनी होती है। यदि आपको 2026 में यूपीएससी की परीक्षा देनी है तो उसके लिए तैयारी 2024 से ही करनी पड़ेगी क्योंकि तैयारी के लिए जितना अधिक समय मिलता है उसका उतना ही अधिक लाभ छात्रों को मिलता है। क्योंकि यूपीएससी की तैयारी बहुत ही कठिन और काफी लंबी होती है।

यूपीएससी की तैयारी के लिए बहुत सारे विषय पढ़ने पड़ते हैं। इन विषयों को पढ़कर याद रखना पड़ता है। इनको आत्मसात करना पड़ता है, जिसमें समय लगता है। इसी कारण यूपीएससी की तैयारी जितनी जल्दी शुरू कर दें उतना ही अधिक लाभ मिलता है।

यूपीएससी की परीक्षा कितने चरणों में होती है?

यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में होती है-

  1. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims exam)
  2. मुख्य परीक्षा ( Mains exam)
  3. साक्षात्कार (Interview)

1- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims exam) –

प्रीलिम्स में एक ही दिन में दो परीक्षाएं होती हैं सुबह और दोपहर के शिफ्ट में। पहली परीक्षा में जीएस(GS)का पेपर होता है और दूसरी में सीसैट(CSAT) का पेपर होता है। Csat ka फुल फॉर्म होता है Civil Services Aptitude Test। जीएस के पेपर से ही मेरिट बनती है और सीसैट के पेपर में 60 प्लस अंक प्राप्त करने पर ही यूपीएससी की परीक्षा क्वालीफाई कर सकते हैं। प्रीलिम्स परीक्षा ऑब्जेक्टिव होती है यानी कि दोनो पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple question) होते हैं और कोई एक सही उत्तर होता है।

2- मुख्य परीक्षा (Main Exam )

प्रीलिम्स क्वालीफाई करने के बाद मुख्य परीक्षा होती है यह सब्जेक्टिव होती है। मुख्य परीक्षा एक लिखित परीक्षा होती है। मुख्य परीक्षा में 9 पेपर होते हैं सबसे पहले दो पेपर भाषा पर आधारित होते हैं। इन दो पेरो में इंग्लिश लैंग्वेज का पेपर सबके लिए अनिवार्य होता है और भाषा का दूसरा पेपर इंडियन लैंग्वेज का होता है। भारत के संविधान में भारत की 22 भाषाएं हैं इंडियन लैंग्वेज के पेपर में इन 22 भाषाओं में से छात्र कोई भी एक भाषा का चयन कर सकते हैं।

भाषा के दो पेपर के बाद एक पेपर निबंध का होता है। 3 घंटे के समय में दो निबंध लिखने होते हैं। इसके बाद चार पेपर जीएस के होते हैं। हालांकि जीएस का पेपर प्रीलिम्स की परीक्षा में भी होता है। लेकिन मुख्य परीक्षा में जीएस के पेपर में कुछ नए विषय जुड़ जाते हैं जैसे इंटरनेशनल रिलेशंस, इंडियन सोसायटी, इंटरनल सिक्योरिटी और एथिक्स आदि।

दो पेपर वैकल्पिक विषय के होते हैं। छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार कोई एक वैकल्पिक विषय चुनना होता है, जैसे पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, जियोग्राफी में से कोई एक विषय का चयन छात्र कर सकते हैं। इसके दो पेपर होते हैं कुल मिलाकर मुख्य परीक्षा में 9 पेपर होते हैं।

मुख्य परीक्षा के बाद जो मेरिट लिस्ट बनती है उसमें प्रीलिम्स के अंक नहीं जुड़ते हैं। उसमें मुख्य परीक्षा के अंक ही जुड़ते हैं। मुख्य परीक्षा पास करने के बाद साक्षात्कार होता है।

3- साक्षात्कार (Interview)

साक्षात्कार यूपीएससी की परीक्षा का अंतिम चरण होता है। इसमें परीक्षक आपसे जीएस और आपके वैकल्पिक विषय से संबंधित सवाल पूछते हैं और उसके आधार पर आपके ज्ञान और व्यक्तित्व को परखते हैं।

इन तीनों चरण में पास हो जाने पर आप सिविल सर्विसेज के लिए चयनित हो जाते हैं।

Official Website: https://upsc.gov.in/

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